ज़िन्दगी इस तरह Zindagi Is Tarah Hindi Lyrics – Murder (2004)

Zindagi Is Tarah Hindi Lyrics - Murder (2004)

Zindagi Is Tarah Lyrics in Hindi From Movie Murder 2004, The Hindi Song is Sung by Anuradha Paudwal. And Music Lyrics is written by Sayeed Quadri, And Song Composed by Anu Malik. And Music Label by Sa Re Ga Ma.

गीत:ज़िन्दगी इस तरह
गायक:अनुराधा पौडवाल
संगीत:अनु मलिक
गीतकार:सईद क़ादरी
फिल्म:मर्डर 2004

Zindagi Is Tarah Lyrics in Hindi

ज़िन्दगी इस तरह से लगने लगी
रंग उड़ जाए जो दीवारों से
अब छुपाने को अपना कुछ ना रहा
ज़ख्म दिखने लगी दरारों से

मैं तेरे जिस्म की हूँ परछाई
मुझको कैसे रखोगे खुद से जुदा
भूल करना तो मेरी फितरत है
क्यूँ की इन्साँ हूँ मैं नहीं हूँ खुदा
क्यूँ की इन्साँ हूँ मैं नहीं हूँ खुदा
मुझको है अपनी हर खता मंजूर
भूल हो जाती है इंसानों से
अब छुपाने को अपना कुछ ना रहा
ज़ख्म दिखने लगी दरारों से

जब कभी शाम के अंधेरों में
राह पंछी जो भूल जाते हैं
वो सुबह होते ही मीलों चलकर
अपनी शाखों पे लौट आते हैं
अपनी शाखों पे लौट आते हैं
कुछ हमारे भी साथ ऐसा हुआ
हम यही केह रहे इशारों से
ज़िन्दगी इस तरह से लगने लगी
रंग उड़ जाए जो दीवारों से
अब छुपाने को अपना कुछ ना रहा
ज़ख्म दिखने लगे दरारों से

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Bheege Hont Tere

Video Song of Zindagi Is Tarah:

Summary

Song: Zindagi Is Tarah
Movie: Murder 2004
Singer: Anuradha Paudwal
Music: Anu Malik
Lyrics: Sayeed Quadri
Music Label: Sa Re Ga Ma

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